Ads Top

7 तरीके ओनलाइन सोसीअल फोबिया होने से बचने के


social-fobiaक्या आप अपना अधिकतर समय फेसबुक, ट्विटर और ओर्कुट पर बिताते हैं? क्या ऑफिस में आपका ध्यान प्रोजेक्ट्स पर कम और ट्विटर स्क्रीन पर अधिक रहता है? शायद आप सोश्यल फोबिया का शिकार हो रहे हैं.

ओनलाइन सोश्यल फोबिया यानी एक ऐसी अवस्था जब हम अपने आपको ओनलाइन सोश्यल नेटवर्किंग साइटों से अलग नहीं कर पाते और अपना अधिकतर समय वहीं बिताते हैं. परंतु इससे उनकी निजी और व्यवसायिक जिंदगी प्रभावित होने लगती है. इससे बचा जा सकता है यदि थोड़ा सयंम रखा जाए और रचनात्मकता को अपनाया जाए -

कम है तो बेहतर है:
फेसबुक, ट्विटर, ओर्कुट, मायस्पेस, हाई5... सूचि काफी लम्बी है और कोई जरूरी नहीं कि आप हर जगह हों. हम हर जगह नहीं जा सकते चाहे वह ऑफलाइन मेलमिलाप हो या ओनलाइन. तो अपने लिए केवल उतने ही सोश्यल नेटवर्क चुनें जो वाकई मे उपयोगी हों और बेहतर सुविधाएँ दे रहे हों. तस्वीरें अपलोड करने के लिए भी कई ओनलाइन संसाधन जैसे कि पिकासा, फ्लिकर, फोटोबकेट, फेसबुक आदि उपलब्ध है परंतु हर जगह एक ही तस्वीर को अपलोड करने से बचें. इनमें से कोई एक अच्छी सुविधा चुनें और निजता (प्राइवेसी) का ख्याल रखें.

स्मार्ट बनें:
यदि आप ट्विटर पर अपडेट करते हैं और फेसबुक पर भी अपडेट करते हैं तो ट्विटर की फेसबुक अप्लिकेशन का उपयोग कर सकते हैं. इससे आपके ट्विटर अपडेट स्वत: ही फेसबुक पर आ जाएंगे. इससे समय की बचत होगी. इसके बाद आप चाहें तो फेसबुक पर रिप्लाय और नोटिफिकेशन दिन में मात्र एक बार देख सकते हैं.

अन्य अप्लिकेशनों का सहारा लें:
अब कई ऐसी अप्लिकेशनें मौजूद हैं जो आपको एक साथ कई सारे सोश्यल नेटवर्क खातों को संचालित करने की सुविधाएँ देती हैं. उदाहरण के लिए ब्रिज़ली. इसका उपयोग कर आप ट्विटर और फेसबुक दोनों नेटवर्क को अपडेट कर सकते हैं. इसके अलावा फ्रेंड्सफीड का उपयोग भी कर सकते हैं जो ट्विटर, फेसबुक के अलावा अन्य नेटवर्कों को भी एक ही प्लेटफार्म पर जोड़ता है और जीमेल इनबॉक्स को भी.

ईमेल नोटिफिकेशन बंद कर दें:
फेसबुक की सेटिंग में जाकर अनावश्यक नोटिफिकेशन बंद कर दें. उदाहरण के लिए आपके वॉल पर आए जवाबों और मित्रों की वॉल पर आए जवाबों और पसंद किए जाने के नोटिफिकेशन बंद किए जा सकते हैं. नीजि संदेशों के नोटिफिकेशन चालू रखे जा सकते हैं, क्योंकि हो सकता है आपको कोई आवश्यक संदेश प्राप्त हुआ हो. बाकी के थ्रेड आप कभी भी देख सकते हैं. इससे आपका मेलबॉक्स नोटिफिकेशन से नहीं भरेगा और आपका ध्यान भी भंग नहीं होगा.

टाइम मैनेजमेंट करें:
अपनी ओनलाइन सोश्यल गतिविधियों को एक निश्चित समय दें. सुबह का कुछ समय और दोपहर की 15 मिनट इन साइटों पर बिताई जा सकती है. बहरहाल यह आपको ही तय करना होगा कि कौन सा समय आपके लिए उपयुक्त है. परंतु यह समय कम से कम हो यह आवश्यक है.

छुट्टी लें:
जब परिवार के साथ कहीं घूमने जाते हैं तब मित्रों के साथ गपशप नहीं होती. तब वह याद भी नहीं आता उसी तरह से ओनलाइन गपशप से भी छुट्टी लें. किसी सप्ताहांत फेसबुक, ट्विटर और अन्य साइटों से "छुट्टी" ले लें और परिवार के साथ समय बिताएँ, किताबें पढें और फिल्म का मजा लें. 2-3 दिन के बाद आप फिर से सोश्यल नेटवर्क पर जाएंगे तो ताजगी का अनुभव करेंगे.

कड़ाई का पालन करें:
आपको कितने लोग ट्विटर पर फोलो कर रहे हैं? इस नम्बर गेम में ना पड़ें. ट्विटर मन की बात कहने के लिए है फोलोअर की संख्या बढाने के लिए नहीं और ना ही यह प्रतिष्ठा का पैमाना है. उसी तरह से अनावश्यक लोगों को फोलो करने से बचें. केवल उन्हीं लोगों को फोलो करें जो आपको बेहद पसंद हैं और जिनकी बात आपके लिए मायने रखती है. अनावश्यक ट्विट से अपना पन्ना भरकर और उन्हें पढने में समय बिता कर कोई लाभ नहीं. आप ट्विटर की लिस्ट सुविधा का भी उपयोग कर सकते हैं.

No comments:

this all writes from google,pls inform me if any copyright case. Powered by Blogger.