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सही मदरबोर्ड चुने ??

मदर बोर्ड एक प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (printed circuit board) जो डैस्क्टॉप और लैपटोप दोनों में प्रयोग किया जाता है. कई बार इसे मेन बोर्ड या मोबो भी कहा जाता है. मदर बोर्ड में कम्प्यूटर में प्रयोग होने वाले विभिन्न कार्ड जैसे ग्राफिक कार्ड ,साउंड कार्ड, नैटवर्क कार्ड, टीवी कार्ड या अन्य किसी प्रकार के कार्ड को लगाने की जगह होती है. कम्प्यूटर का प्रोसेसर या माइक्रोप्रोसेसर , हार्डडिस्क आदि भी मदर बोर्ड में ही लगते हैं. आजकल आने वाले कई मदरबोर्ड में अलग से कार्ड लगाने की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि अधिकतर कार्ड मदर बोर्ड में पहले से लगे हुए (On board) ही आते हैं. typical-motherboard
यदि आप किसी कंपनी का कम्प्यूटर ले रहे हैं तो आपको मदरबोर्ड के बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है. हर कंपनी का अपना एक मानक होता है और वह उसी के आधार पर तय करती है कि वह कौन से मदरबोर्ड का उपयोग करेगी. यदि आप असैम्बल्ड कंप्यूटर (assembled computer) ले रहे हैं तो आपको मदरबोर्ड के बारे में जानना आवश्यक है. मदरबोर्ड किसी कम्प्यूटर का प्रमुख भाग है इसलिये इसके चुनाव में बहुत सावधानी बरतनी चाहिये.
आप कौन सा मदरबोर्ड लेगें इसका निर्धारण करने के लिये जो महत्वपूर्ण चीजें ध्यान रखने योग्य हैं वह हैं..
1. आप अपने कम्प्यूटर को किस उद्देश्य के लिये प्रयोग करना चाहते हैं. जैसे यदि आप सामान्य कार्य जैसे इंटरनैट सर्फिंग,मेलिंग और लेख लिखने के लिये कम्प्यूटर ले रहे हैं या फिर गेम खेलने के लिये या डिजाइनिंग के लिये कम्प्यूटर खरीद रहे हैं तो आपके कम्प्यूटर में अलग अलग प्रकार का हार्डवेयर लगेगा.
2. आपका बजट कितना है.
3. आप कौन से माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग करना चाहते हैं.
सबसे पहले यह निर्धारित करें कि आप कौन सा प्रोसेसर लेना चाहते हैं. हर प्रोसेसर के लिये अलग अलग प्रकार के मदरबोर्ड प्रयोग होते हैं. जैसे पैंटियम , सिरिक्स या एमडी के-5 / के-6 के लिये सौकेट-7 प्रकार का मदरबोर्ड काम में आता है वहीं पैंटियम 3 , सैलेरॉन के लिये सौकेट-370 प्रकार का मदरबोर्ड काम में आता है. एमडी थंडरबर्ड, एथेलॉन.ड्यूरॉन आदि में सॉकेट 423 प्रकार का मदरबोर्ड काम आता है.यदि आप नया कमप्यूटर खरीद रहे हैं तो पहले प्रोसेसर का चुनाव करें और फिर उसके अनूरूप मदरबोर्ड का चुनाव करें.
इस बात का ध्यान रखें कि आपका मदरबोर्ड में कमप्यूटर को अपग्रेड करने का विकल्प हो. जैसे आप अभी यदि 512 एम बी रैम ले रहे हैं तो ध्यान रखें कि यदि भविष्य में आप अपनी रैम को बढ़ाकर एक जी.बी. करना चाहते हैं तो उसके लिये स्लॉट खाली हैं कि नहीं.
मदरबोर्ड लेते समय स्थानीय विक्रेता से बात करके यह पता करें कि जिस कंपनी का मदरबोर्ड वह दिखा रहा है उसका सर्विस सपोर्ट कैसा है. किसी भी इलेक्ट्रोनिक सामान के बारे में यह नहीं कहा जा सकता कि वह खराब नहीं होगा. खराब होने पर क्या कंपनी आपके मदरबोर्ड की जांच करेगी या यदि मदरबोर्ड का कोई पार्ट खराब हो गया हो तो क्या उसका रिप्लेसमेंट मिलेगा. जैसे आजकल बहुत से चायनीज मदरबोर्ड मिलते हैं जो कि अपेक्षाकृत काफी सस्ते होते हैं और ठीक ठाक चलते भी हैं लेकिन यदि किसी कारणवश वह खराब हो जाये तो उसको ठीक करने की सुविधायें उपलब्ध नहीं होती या उसके पार्ट्स उपलब्ध नहीं होते और फिर पूरा मदरबोर्ड ही बदलना पड़ता है.कुछ नामी कंपनियां जिनका मदरबोर्ड मंहगा होता है वह मदरबोर्ड की टैस्टिंग में काफी मेहनत करती हैं इसलिये उनकी कंपनी के सामान ज्यादा भरोसेमंद होते हैं.
मदरबोर्ड खरीदते समय वर्तमान में उपलब्ध नयी तकनीक का मदरबोर्ड खरीदें जिससे कि उसका लाइफटाइम ज्यादा हो.जैसे यदि आज के दिन आप सॉकेट 423 प्रकार का मदरबोर्ड खरीदते हैं तो वह केवल 2.0 गीगा हर्ट्ज तक की स्पीड ही लेता है. तो यदि आप आज 1.8 गीगा हर्ट्ज का प्रोसेसर ले रहे हैं तो हो सकता है कि आज तो वह आपके काम आ जाये लेकिन यदि भविष्य में आप अपने प्रोसेसर को 2.3 गीगा हर्ट्ज में अपग्रेड करना चाहें तो आपको मदर बोर्ड भी बदलना पड़ेगा. इससे बेहतर है कि आप सॉकेट 478 प्रकार का मदरबोर्ड ले लें जो भविष्य में आपको प्रोसेसर अपग्रेड करने पर भी बदलना नहीं पड़ेगा. उसी तरह यदि आप पाटा (PATA) हार्डडिस्क ले रहे हैं तो ऐसा मदरबोर्ड लें जो पाटा(PATA) व साटा (SATA) दोनों प्रकार की हार्डडिस्क को सपोर्ट करता हो.

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