ब्लॉगिंग अब छोड़ ही दू
दोस्तों आज मैंने अपनी 143वीं पोस्ट लिख दी।
लेकिन अभी तक किसी ने नाही किसी ने कोई कमेन्ट किया है और ना ही किसी ने इस साईट को फोलो किया है। जो 2 फोल्लोवर दिखाई देते है वो मेरे दोस्त है परन्तु अभी तक किसी भी विसिटर ने इस साईट में अपने आप को शामिल नहीं किया है। साईट में शामिल होने की बात तो छोड़िये अभी तक किसी ने कोई कमेन्ट तक नहीं किया है। आज मन उदास है, कहता है की क्या लाभ अगर कोई कमेन्ट भी ना दे की हाँ भाई तुम्हारी पोस्ट अच्छी थी या बुरी थी।
मन करता है की ब्लॉगिंग अब छोड़ ही दू क्योंकि कोई कमेन्ट ही नहीं करता है। साईट में शामिल होने की बात तो छोड़ ही दीजिए। इतनी मुश्किल से मैं कोई सॉफ्टवेयर या ट्रिक उपलब्ध कराता हूँ, अगर कोई उसमे एक कमेन्ट ही ना करे तो लगता है जैसे क्या फायदा ब्लॉग लिखने का।
एक छोटा सा कमेन्ट ब्लॉगर में उत्साह और एक नया जोश भर देता है, जिससे ब्लोगर को ब्लॉग लिखने में मज़ा आता है। और वह अपने पाठकों को कुछ नया और अच्छा ब्लॉग दिखाने के लिए बड़ी उत्साहित होकर प्रयतन करता है।
अब आगे क्या होगा मुझे खुद भी पता नहीं। शायद ब्लॉगिंग को अलविदा कह ही देना चाहिए। क्योंकि पाठकों को शायद मेरा ब्लॉग पसन्द नहीं आता है।
लेकिन अभी भी कुछ आस है, शायद आप लोग कुछ मदद करेंगे। ताकि उत्साह एकदम ठंडा होकर बर्फ ना बन जाये और मैं कहीं अपना ब्लॉग ही ना बंद कर दू। इस ब्लॉग को बचाए।
आप इस साईट में शामिल नहीं होना चाहते तो ना सही मगर एक छोटा सा कमेन्ट दे दे। एक छोटा सा कमेन्ट एक नयी उर्जा भर देगा मुझमे।
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