महाराष्ट्र का हिल स्टेशन
महाराष्ट्र में माथेरान एक अदभुत हिल स्टेशन है – सबसे छोटा और सबसे अधिक प्रसिद्द। लगभग 2650 फुट की ऊँचाई पर बसा यह पर्यटन स्थल पश्चिमी घाट श्रंखला के पहाड़ी क्षेत्र में बसा है। बड़े व्यस्त शहरों से माथेरान की निकटता इसे सप्ताहांत पर शीघ्र आश्रय स्थल बनाती है। माथेरान का अर्थ है ‘सिर पर जंगल’। इतिहास यह बताता है कि किसी ह्यू पोलिंट्ज़ मलेट ने 1850 में माथेरान की खोज की थी।
माथेरान में पाए जाने वाले विभिन्न आकर्षण
अन्य पर्यटन स्थलों की तरह माथेरान में भी अनेक दर्शनीय स्थल हैं जो पास के क्षितिज के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य प्रस्तुत करते हैं। 38 सरकारी बिंदुओं में पेनोरमा पॉइंट एक ऐसा पॉइंट है जो संपूर्ण क्षेत्र का 360 डिग्री का दृश्य प्रस्तुत करता है। इस स्थान से देखे जा सकने वाले सूर्योदय और सूर्यास्त को देखकर आप मुग्ध हो जायेंगे। हार्ट पॉइंट मुंबई के रात्रि जीवन से आने वाले विभिन्न रंगों के प्रकाश का एक मोहक दृश्य प्रस्तुत करता है।
लुइस पॉइंट से एक ऐतिहासिक किले प्रबल किला को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है जो एक अन्य प्रसिद्द स्थल है। वर्तमान में यह किला खंडहर बन चुका है परंतु अपने जमाने का की यह एक मज़बूत राजसी संरचना थी। कुछ अन्य प्रसिद्द पॉइंट मंकी पॉइंट, प्रौक्युपाइन पॉइंट (साही) और वन ट्री हिल पॉइंट हैं। माथेरान पुरानी ब्रिटिश वास्तुकला से प्रेरित इमारतों और स्मारकों से भरा हुआ है। इनमे से अधिकांश संरचनाएं विरासत घोषित कर दी गई हैं।
चारलोट झील आराम करने के लिए सबसे उत्तम स्थान है। यहाँ आप पक्षियों को देख सकते हैं, किसी प्रिय व्यक्ति के साथ किनारे पर शांत चल सकते हैं या उद्यान में अपने बच्चों के साथ समय व्यतीत के सकते हैं। इस स्थान पर रहते हुए पिसारनाथ के ग्रामीण मंदिर को देखना न भूलें। मोरबे बाँध पानी से संबंधित एक अन्य स्थान है जिसे भूलना नही चाहिए।
माथेरान – प्रकृति का स्वर्ग
माथेरान के वन घने हैं और कुछ भागों में अभेद्य हैं। इस संपूर्ण क्षेत्र के चारों ओर बंदरों को मुक्त रूप से घुमते हुए देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित हो जाते हैं। सामान्यतः यह सलाह दी जाती है कि आप अपने साथ कोई भी प्लास्टिक की वस्तु न ले जाएँ क्योंकि बंदर आपसे यह छीन सकते हैं। आफो चेतावनी दी जाती है। माथेरान के विषय में एक रोचक तथ्य यह है कि यह विश्व के उन कुछ क्षेत्रों में से एक है जहाँ किसी भी प्रकार के वाहन की अनुमति नही है। यह पारिस्थितिकी से प्रभावित है और आपको उस समय की झलक दिखाता है जब आसपास वाहन नही थे।
वाहन न होने के कारण यहाँ प्रदूषण और हार्न की आवाज़ बहुत कम है। जिसके परिणामस्वरुप इस छोटे से पर्वतीय स्थल ने प्रतिदिन आनेवाले हजारों पर्यटकों के बाद भी आकर्षक शान्ति को बरकरार रखा है। यही कारण है कोई भी पर्यटक यहाँ घुड़सवारी की गतिविधि से बच नही सकता! यहाँ हाथ से चलाई जाने वाली गाडियां भी हैं। यहाँ केवल एम्बुलेंस ही जा सकती है।
माथेरान के बाज़ार में ग्राहक उत्तेजित हो जाते हैं क्योंकि पर्यटकों के लिए यहाँ अनेक वस्तुएँ, रचनात्मक कलाकृति से स्मृति चिन्ह तक रखी होती हैं जिन्हें आप घर ले जा सकते हैं। यह तथ्य कि यह एक हिल स्टेशन है माथेरान को गर्मियों में चिलचिलाती धूप से रोकता है। यहाँ साल भर मौसम ठंडा रहता है, जहाँ रातें आश्चर्यजनक रूप से ठंडी होती हैं। यहाँ अक्सर आने वाले लोग मोहक प्राकृतिक दृश्यों के कारण यहाँ आने की शपथ लेते हैं जो मानसून में आपको आकषित करते हैं।
अपने चारों ओर जलप्रपातों को गिरते हुए देखना और हरियाली देखना वास्तव में एक रोमांचकारी अनुभव है। इस स्थान में घाट पर कार द्वारा यात्रा भी एक रूमानी और यादगार अनुभव होता है। भारत के सभी प्रमुख शहरों और महानगरों से माथेरान तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। यहाँ एक अच्छी तरह से जुड़ा हुआ नेटवर्क है चाहे आप यात्रा हवा, रेल या रास्ते से कर रहे हों। नेरल रेल के द्वारा माथेरान से निकट से जुड़ा हुआ है।
नेरल से माथेरान तक की रेलयात्रा आपकी साँस रोक देगी। यदि आप हवाई मार्ग द्वारा पहुँचने की योजना बना रहे हैं तो पुणे का हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है जहाँ से आपको किसी वाहन के द्वारा घाट से होते हुए जाना पड़ेगा। यहाँ पहुँचने का सबसे उत्तम विकल्प वाहन चलाकर जाना है परंतु सावधान रहिये, अदक्ष ड्राइवरों के लिए घाट कुछ पेचीदा हैं – खासकर मानसून के समय। चाहे शहर की गर्मी से बचना हो, पागल कर देने वाली रोज़मर्रा की ज़िंदगी से बचना हो, प्रदूषण या ट्रैफिक से बचना हो – माथेरान प्रत्येक यात्री की आवश्यकताओं को पूरा करता है। यह स्टेशन आपके लिए और अधिक लेकर वापस आ रहा है।
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एक दिन अचानक शिकार के समय उसने इस स्थान की खोज की। ‘पंचगनी’ के साथ ही ब्रिटिश लोगों ने इस स्थान को भी गर्मियों के एक पर्यटन स्थल के रूप में बदल दिया।माथेरान में पाए जाने वाले विभिन्न आकर्षण
अन्य पर्यटन स्थलों की तरह माथेरान में भी अनेक दर्शनीय स्थल हैं जो पास के क्षितिज के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य प्रस्तुत करते हैं। 38 सरकारी बिंदुओं में पेनोरमा पॉइंट एक ऐसा पॉइंट है जो संपूर्ण क्षेत्र का 360 डिग्री का दृश्य प्रस्तुत करता है। इस स्थान से देखे जा सकने वाले सूर्योदय और सूर्यास्त को देखकर आप मुग्ध हो जायेंगे। हार्ट पॉइंट मुंबई के रात्रि जीवन से आने वाले विभिन्न रंगों के प्रकाश का एक मोहक दृश्य प्रस्तुत करता है।
लुइस पॉइंट से एक ऐतिहासिक किले प्रबल किला को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है जो एक अन्य प्रसिद्द स्थल है। वर्तमान में यह किला खंडहर बन चुका है परंतु अपने जमाने का की यह एक मज़बूत राजसी संरचना थी। कुछ अन्य प्रसिद्द पॉइंट मंकी पॉइंट, प्रौक्युपाइन पॉइंट (साही) और वन ट्री हिल पॉइंट हैं। माथेरान पुरानी ब्रिटिश वास्तुकला से प्रेरित इमारतों और स्मारकों से भरा हुआ है। इनमे से अधिकांश संरचनाएं विरासत घोषित कर दी गई हैं।
चारलोट झील आराम करने के लिए सबसे उत्तम स्थान है। यहाँ आप पक्षियों को देख सकते हैं, किसी प्रिय व्यक्ति के साथ किनारे पर शांत चल सकते हैं या उद्यान में अपने बच्चों के साथ समय व्यतीत के सकते हैं। इस स्थान पर रहते हुए पिसारनाथ के ग्रामीण मंदिर को देखना न भूलें। मोरबे बाँध पानी से संबंधित एक अन्य स्थान है जिसे भूलना नही चाहिए।
माथेरान – प्रकृति का स्वर्ग
माथेरान के वन घने हैं और कुछ भागों में अभेद्य हैं। इस संपूर्ण क्षेत्र के चारों ओर बंदरों को मुक्त रूप से घुमते हुए देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित हो जाते हैं। सामान्यतः यह सलाह दी जाती है कि आप अपने साथ कोई भी प्लास्टिक की वस्तु न ले जाएँ क्योंकि बंदर आपसे यह छीन सकते हैं। आफो चेतावनी दी जाती है। माथेरान के विषय में एक रोचक तथ्य यह है कि यह विश्व के उन कुछ क्षेत्रों में से एक है जहाँ किसी भी प्रकार के वाहन की अनुमति नही है। यह पारिस्थितिकी से प्रभावित है और आपको उस समय की झलक दिखाता है जब आसपास वाहन नही थे।
वाहन न होने के कारण यहाँ प्रदूषण और हार्न की आवाज़ बहुत कम है। जिसके परिणामस्वरुप इस छोटे से पर्वतीय स्थल ने प्रतिदिन आनेवाले हजारों पर्यटकों के बाद भी आकर्षक शान्ति को बरकरार रखा है। यही कारण है कोई भी पर्यटक यहाँ घुड़सवारी की गतिविधि से बच नही सकता! यहाँ हाथ से चलाई जाने वाली गाडियां भी हैं। यहाँ केवल एम्बुलेंस ही जा सकती है।
माथेरान के बाज़ार में ग्राहक उत्तेजित हो जाते हैं क्योंकि पर्यटकों के लिए यहाँ अनेक वस्तुएँ, रचनात्मक कलाकृति से स्मृति चिन्ह तक रखी होती हैं जिन्हें आप घर ले जा सकते हैं। यह तथ्य कि यह एक हिल स्टेशन है माथेरान को गर्मियों में चिलचिलाती धूप से रोकता है। यहाँ साल भर मौसम ठंडा रहता है, जहाँ रातें आश्चर्यजनक रूप से ठंडी होती हैं। यहाँ अक्सर आने वाले लोग मोहक प्राकृतिक दृश्यों के कारण यहाँ आने की शपथ लेते हैं जो मानसून में आपको आकषित करते हैं।
अपने चारों ओर जलप्रपातों को गिरते हुए देखना और हरियाली देखना वास्तव में एक रोमांचकारी अनुभव है। इस स्थान में घाट पर कार द्वारा यात्रा भी एक रूमानी और यादगार अनुभव होता है। भारत के सभी प्रमुख शहरों और महानगरों से माथेरान तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। यहाँ एक अच्छी तरह से जुड़ा हुआ नेटवर्क है चाहे आप यात्रा हवा, रेल या रास्ते से कर रहे हों। नेरल रेल के द्वारा माथेरान से निकट से जुड़ा हुआ है।
नेरल से माथेरान तक की रेलयात्रा आपकी साँस रोक देगी। यदि आप हवाई मार्ग द्वारा पहुँचने की योजना बना रहे हैं तो पुणे का हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है जहाँ से आपको किसी वाहन के द्वारा घाट से होते हुए जाना पड़ेगा। यहाँ पहुँचने का सबसे उत्तम विकल्प वाहन चलाकर जाना है परंतु सावधान रहिये, अदक्ष ड्राइवरों के लिए घाट कुछ पेचीदा हैं – खासकर मानसून के समय। चाहे शहर की गर्मी से बचना हो, पागल कर देने वाली रोज़मर्रा की ज़िंदगी से बचना हो, प्रदूषण या ट्रैफिक से बचना हो – माथेरान प्रत्येक यात्री की आवश्यकताओं को पूरा करता है। यह स्टेशन आपके लिए और अधिक लेकर वापस आ रहा है।
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